UPSC CSE के बारे में 5 अनसुनी बातें ?


दोस्तों, आज हम यूपीएससी के बारे में तो बात करेंगे लेकिन आज कुछ ऐसी बातें करेंगे जो यूपीएससी के बारे में आपको पता नहीं होंगी। दरअसल यूपीएससी एक ऐसा समंदर है जिसमे आप जितना घुसते जाएंगे, उतनी ही जानकारी आपके सामने आएगी। अक्सर लोग यूपीएससी के बारे में Popular जानकारियाँ जुटा लेते हैं और उसकी तैयारी करने बैठ जाते हैं मगर कुछ बातें ऐसी भी हैं जिनके बारे में अधिकांश लोगों को पता ही नहीं होता और इसी कारण वे या तो पीछे रह जाते हैं या कुछ गलतियाँ कर बैठते हैं। अब आप भी अंजाने में ऐसा कुछ ना कर बैठें इसलिए आज हम आपको वो बातें बताने जा रहे हैं जो परीक्षा की तैयारी में आपकी काफी मदद कर सकते हैं।

1. यूपीएससी मेन्स की परीक्षा आप दो भाषाओं में दे सकते हैं – जी हाँ, हर किसी को यही लगता है कि यूपीएससी की परीक्षा के लिए हमें कोई भी एक भाषा चुननी पड़ती है और फिर हमें पूरी परीक्षा उसी भाषा में देनी पड़ती है। जैसे मान लीजिए आपने इंग्लिश भाषा चुना है तो आपको अपने निबंध और जीएस के पेपर्स इंग्लिश में ही लिखने होंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप ऑप्शनल पेपर के लिए दूसरी भाषा सिलैक्ट कर सकते हैं। जैसे आप यदि अपने ऑप्शनल को लेकर हिन्दी में ज्यादा सहज हैं तो आप अपनी ऑप्शनल के लिए हिन्दी और जीएस के लिए इंग्लिश भाषा का चयन कर सकते हैं।

2. मेन्स और इंटरव्यू भी अलग अलग भाषाओं में दे सकते हैं – दोस्तों, ऐसे कई लोग होते हैं जो लिखने के लिए एक भाषा में Comfortable होते हैं लेकिन जब बोलने की बारी आती है तो वे उस भाषा में उतने Comfortable नहीं Feel करते हैं। इसलिए यूपीएससी आपको मेन्स और इंटरव्यू के लिए अलग अलग भाषा सिलैक्ट करने की भी सहूलियत देती है। जैसे मान लीजिए कि आप अँग्रेजी में लिखने और समझने में Comfortable हैं लेकिन आपकी इंग्लिश स्पीकिंग उतनी अच्छी नहीं है तो आप चाहें तो इंटरव्यू के लिए हिन्दी चुन सकते हैं।

3. मैट्रिक की Marksheet है बहुत जरूरी – अक्सर कॉलेज पास करने के बाद हमें लगता है कि 10th और 12th की Certificates की जरूरत नहीं है लेकिन यूपीएससी के लिए ऐसा नहीं है। यूपीएससी में आपकी Age आपके 10th की Marksheet से ही डिसाइड होती है। कहने का अर्थ यह है कि जो 10th में आपने अपनी जो जन्म तिथि यानि Date Of Birth Mention की हुई है यूपीएससी उसी को मानती है। इसके बाद आप चाहे लाख कोशिश कर लें, चाहे आप कोर्ट तक से एफ़िडेविट बनवा लें फिर भी यूपीएससी उसको मानने वाली नहीं है। तो फोरम भरते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि अपनी Age अपने 10th Marksheet के हिसाब से ही Mention करें ताकि बाद में आपको कोई दिक्कत नहीं हो।

4. आपकी कास्ट सर्टिफिकेट होनी चाहिए Up To Date – यदि आप एससी, एसटी, ओबीसी जैसी Categories से आते हैं तो आपकी Certificate लेटैस्ट होनी चाहिए। इसके लिए यूपीएससी के नोटिफ़िकेशन में साफ लिखा हुआ है कि आपकी सर्टिफिकेट की डेट प्री परीक्षा से एक साल पहले के मार्च से लेकर परीक्षा के साल के अप्रैल महीने तक ही हो सकती है। जैसे मान लीजिए कि आप 2024 में प्री की परीक्षा देने जा रहे हैं तो आपका कास्ट सर्टिफिकेट मार्च 2023 से लेकर अप्रैल 2024 के बीच का बना हुआ होना चाहिए। यदि आपने इन दोनों महीनो के बाहर के डेट वाली सर्टिफिकेट के भरोसे परीक्षा में अपियर होने जा रहे हैं तो आपको इंटरव्यू और डॉकयुमेंट वेरिफिकेशन के समय मुश्किल हो सकती है। तो यदि आपका कास्ट सर्टिफिकेट Up To Date नहीं है तो आज ही करवा लीजिए।

5. मेन्स में भी होती है माइनस मार्किंग – मेन्स की परीक्षा वैसे तो सब्जेक्टिव होती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उसमे आपकी माइनस मार्किंग नहीं होगी। सच तो ये है कि परीक्षा में आपको जो आन्सर शीट दी जाति है उसमे आपके लिए कुछ दिशा निर्देश दिये जाते हैं और यदि आप उनका उल्लंघन करते हैं तो आपको पेनल्टी भी लगाई जाती है जिसका सीधा सीधा अर्थ है कि आपके कुल प्राप्त अंकों में से कुछ अंक पेनल्टी के तौर पर काट लिए जाएंगे। तो परीक्षा के दौरान आप इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आप परीक्षा में दिशा निर्देशों का पूरा ध्यान रखें।