पिछले 5 सालों में किस Category से ज्यादा बने IAS-IPS


दोस्तों, भारत का इतिहास बहुत गौरवशाली रहा है, इसमे तो कोई दोराय नहीं है मगर यह भी सच है की इस गौरवशाली इतिहास में कुछ ऐसे काले धब्बे भी लगे हैं जिनके दाग आज तक दिखाई देते हैं। ऐसा ही एक काला धब्बा है हमारे यहाँ चली आ रही जाति व्यवस्था। जाति हमारे समाज का वो अंग है जिस पर इंसान का की बस नहीं होता मगर फिर भी वह उसकी पहचान बन जाती है या यूं कहें की बना दी जाती है। आज़ादी के बाद जाति व्यवस्था में निचले पायदान पर खड़े लोगों को समता और समानता दिलाने के लिए संविधान में कई प्रावधान किए गए हैं और सरकार के सभी अंग इन प्रावधानों को लागू करने आए लिए बाध्य भी बनाए गए हैं। ऐसी ही एक व्यवस्था है सरकारी सेवाओं में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों के लिए आरक्षण। अब यह व्यवस्था तो कई दिनों से चली आ रही है, जहां अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों के लिए यह व्यवस्था आज़ादी के बाद से ही लागू है तो वहीं अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों के लिए यह व्यवस्था 1989 यानि लगभग 35 सालों से लागू है। मगर फिर भी आज भी कई लोगों का मानना है कि इस वर्तमान व्यवस्था में भी पिछड़े वर्ग के लोगों को समान अवसर नहीं मिल रहे हैं और उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है। तो आखिर कितनी सच्चाई है इस तरह के दावों में? आइए जानते हैं


अब इस सवाल का जवाब तो आंकड़ों से ही दिया जा सकता है तो आइए एक नज़र दाल लेते हैं पिछले पाँच साल के आंकड़ों पर –


 

 

 

Gen

OBC

SC

ST

Total

2018

1

Indian Administrative Service

91

48

27

14

180

2

Indian Foreign Service

15

9

5

1

30

3

Indian Police Service

75

42

24

9

150



 

 

 

Gen

EWS

OBC

SC

ST

Total

2019

1

Indian Administrative Service

72

18

52

25

13

180

2

Indian Foreign Service

12

2

6

3

1

24

3

Indian Police Service

60

15

42

23

10

150



 

 

 

Gen

EWS

OBC

SC

ST

Total

2020

1

Indian Administrative Service

72

18

49

28

13

180

2

Indian Foreign Service

15

3

10

5

3

36

3

Indian Police Service

80

20

55

30

15

200



 

 

 

Gen

EWS

OBC

SC

ST

Total

2021

1

Indian Administrative Service

72

18

49

27

14

180

2

Indian Foreign Service

14

4

10

6

3

37

3

Indian Police Service

83

20

51

26

20

200



 

 

 

Gen

EWS

OBC

SC

ST

Total

2022

1

Indian Administrative Service

75

18

45

29

13

180

2

Indian Foreign Service

15

4

10

6

3

38

3

Indian Police Service

83

20

53

31

13

200




तो जैसा कि आप देख सकते हैं कि हर साल में अलग अलग सर्विसेस में सीटों की संख्या लगभग एक समान रही है और हर साल में एससी, एसटी और अन्य पिछड़ा वर्ग के candidates की नियुक्ति भी लगभग एक समान ही रही है। यहाँ आपको यह जानना आवश्यक है कि एससी वर्ग लिए आरक्षण सीमा है 15 प्रतिशत, एसटी के लिए 7 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 27 प्रतिशत।


तो यदि आप इन आंकड़ों को देख कर उनका प्रतिशत निकालें तो आपको पता चलेगा कि इस आरक्षण सीमा का भी पालन किया जा रहा है और कभी कभी तो इस सीमा से एक दो प्रतिशत ऊपर भी नियुक्तियाँ हुई हैं।


तो अब सवाल उठता है कि फिर आखिर क्यूँ यह कहा जा रहा है कि यूपीएससी अपने Candidates में जाति के आधार पर भेदभाव कर रही है? तो इसके जवाब में तो यही कहा जा सकता है कि ऐसा सिर्फ कुछ लोगों के दिमाग में है और वे लोग अपनी इस सोच से देश के युवाओं को भ्रमित करने में लगे हुए हैं। दरअसल अपनी बात को सही साबित करने के लिए वे अक्सर आंकड़ोंको तोड़ मोड कर Analyse करते हैं या फिर वे आपको Interview में Reserved Category के स्टूडेंट्स को कम नंबर दिये जाने की दुहाई देंगे, अगर आप खुद ही सोचिए कि याद ऐसा होता तो या टीना डाबी Topperबन पाती क्या? और तो और आपको यह भी पता होना चाहिए कि यूपीएससी में यह भी प्रबढ़न है कि यदि कोई Reserved Category का Candidate जनरल के कटऑफ को पार कर लेता है तो उसका सेलेक्टिओन जनरल कैटेगरी में होता है और रिज़र्व्ड लिस्ट की एक सीट खाली हो जाति है जिसमे किसी और Candidate को मौका मिलता है।


दोस्तों, इसके अलावा आपको एक और आंकड़ा भी देखना चाहिए जिससे आपके सामने तस्वीर थोड़ी और साफ हो जाएगी। यह आंकड़े हैं अलग अलग सर्विसेस में होने वाली नियुक्ति के लिए लास्ट Rank पाने वाले Candidates के –


UPSC Civil Services 2021

Last Rank (General)

Last Rank (EWS)

Last Rank OBC

Last Rank SC

Last Rank ST

IAS

77

320

338

502

547

IFS

88

369

398

517

600

IPS

229

513

489

601

657



UPSC Civil Services 2020

Last Rank (General)

Last Rank (EWS)

Last Rank OBC

Last Rank SC

Last Rank ST

IAS

79

354

350

510

505

IFS

103

376

403

474

625

IPS

239

513

469

685

640



UPSC Civil Services 2019

Last Rank (General)

Last Rank OBC

Last Rank SC

Last Rank ST

IAS

77

304

509

513

IFS

113

344

565

654

IPS

215

470

662

691



तो जैसा कि आप देख सकते हैं कि जनरल कैटेगरी के लिए जहां आईएएस की नियुक्ति 70 से 80 Rank में खत्म हो जा रही है, वहीं अनुसूचित जाति और जनजाति के Candidates 500 या 600 Rank तक भी इस सेवा में नियुक्ति पा रहे हैं। तो कहने का मतलब यह है कि यूपीएससी में रिज़र्व्ड कैटेगरी के स्टूडेंट्स के साथ कोई भेदभाव नहीं होता। यदि आयोग या Interview Panel में बैठा व्यक्ति ऐसा करता भी है तो भी एक व्यक्ति का काम का ठीकरा पूरे आयोग के ऊपर तो नहीं फोड़ा जा सकता न।


यह सच है कि हमारे देश में आज भी पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए यूपीएससी जैसी परीक्षा पास कर पाना एक चैलेंज है लेकिन इसका कारण यूपीएससी नहीं बल्कि उनके सामने आने वाली दूसरी चुनौतियाँ हैं। मगर फिर भी आज कुछ लोग हमारे समाज की इस Faultline का फायदा उठा कर समाज को बांटने में लगे हुए हैं और न सिर्फ बांटने में बल्कि वे General और Reserved कैटेगरी के बीच एक विध्वंसक खाई भी बनाना छह रहे हैं ताकि वे अपना निजी हित साध सकें।


तो आपको भी ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए और हमेशा याद रखिए कि यदि समस्या हमारे बीच की है तो संधन भी हमारे बीच से ही निकलेगा, एक दूसरे को बाँट कर नहीं बल्कि एक दौरे के साथ बैठ कर, एक दूसरे की समस्या को समझ कर।