कब UPSC को अलविदा कह देना चाहिए


यूपीएससी एक गहरा समादर है या यूं कहें की एक चक्रव्युह है जिसमे घुसना तो आसान है लेकिन यदि उससे बाहर निकलने का तरीका पता नहीं हो तो आप उस भंवर में फंस कर रह जाएंगे और जब तक आप बाहर निकलने का रास्ता ढूंढ पाएंगे तब तक शायद बहुत देर हो चुकी हो। जीवन में लक्ष्य बड़ा रखना बहुत ही अच्छी बात है लेकिन यदि वह लक्ष्य आपके प्रयासों से दिन प्रतिदिन बड़ा होता जा रहा है तो आपको भी समझना पड़ेगा की शायद आपका लक्ष्य वह नहीं है जो अपने अपने लिए चुना है बल्कि आप तो किसी और काम के लिए बने हैं।


दोस्तों, पिछले कुछ दिनों में एक चाय की दुकान की Chain, यानि Tea Joint ने बहुत नाम कमाया है जिसका नाम है – चाय – सुट्टा बार। आपने भी इस चेन के बारे में जरूर सुना होगा और हो सकता है कि आपने यहाँ की चाय का लुत्फ भी लिया होगा।


हमारे देश में चाय की दुकान या जैसे कि आम बोलचाल की भाषा में कहते हैं – चाय की तफरी आपको हर दस कदम पर मिल जाएगी। लेकिन फिर भी 23 साल के एक नौजवान लड़के ने हिम्मत की चाय को बिज़नस बनाने की और उसकी हिम्मत का ही नतीजा है कि आज उसका चेन देश की सबसे सफल Startups में से एक है।


अब आप सोच रहे होंगे कि हम आपको चाय के बारे में क्यों बता रहे हैं? दरअसल इस बिज़नस के पीछे यूपीएससी का बहुत बड़ा हाथ है। तो कहानी कुछ यूं है कि मध्य प्रदेश के अनुभव दुबे को उनके पिता ने यूपीएससी की तैयारी करने के लिए दिल्ली भेजा। कुछ दिनों तक अनुभव ने तैयारी भी की लेकिन उन्हें यह समझ आ गया कि यूपीएससी उनके लिए नहीं बल्कि वे तो किसी और चीज के लिए बने हैं और यहीं से जन्म हुआ इस नामचीन Tea Joint का जो आज देश विदेश में अपनी Brand के झंडे गाड़ रहा है।


दोस्तों, आपको यह कहानी बताने के पीछे मकसद यह समझाना है कि यूपीएससी की तैयारी करना ठीक है लेकिन यदि आप इसको लेकर अपने जीवन के बहुमूल्य साल एक एक कर गँवाते जा रहे हैं तो आपको जीवन में आगे बहुत निराशा होने वाली है।


एक 21 – 22 साल का युवा ऊर्जा और उत्कंठा से ओतप्रोत होता है। उसे लगता है कि दुनिया कि कोई भी चीज, कोई भी मुकाम उसकी पहुँच से दूर नहीं है। इस ऊर्जा और उत्कंठा के दम पर वह यह फैसला करता है कि उसे यूपीएससी की तैयारी करनी चाहिए।


और फिर शुरू होता है Attempt और Age को साधने का सिलसिला। एक एक कर साल निकलते जाते हैं और वो 21 – 22 साल का Aspirant अब 27 – 28 साल का हो चला है। उसने अपने चार Attempt भी ले लिए लेकिन जीवन में वह आज भी वहीं खड़ा है जहां आज से 6 – 7 साल पहले था। उसके कई साथी जिनहोने अलग रास्ता चुना, वो अब अपने ह=जीवन में Settle हो चुके हैं और अब वे अपने Career को एक Set Path पर लेने की कोशिश कर रहे हैं जबकि उस ऊर्जावान युवा को आगे कुछ सूझ ही नहीं रहा है।


इतनी साल असफलता झेलने के बाद मन में कड़वाहट भरने लगती है जो धीरे Frustration और Depression का रूप लेने लगती है। और यही से शुरू होता है Downfall, जिस पर ध्यान नहीं देने से पूरा जीवन खराब हो सकता है। अब जरा सोचिए कि उस Aspirant की इस स्थिति का कारण क्या है – यूपीएससी या फिर वह खुद?


क्या यूपीएससी ने उसे जबर्दस्ती परीक्षा में बिठाया? नहीं। क्या यूपीएससी ने उससे कहा कि सब कुछ छोड़ कर सिर्फ उसी पर फोकस`करे? नहीं। कहने का मतलब ये है कि यह सिर्फ और सिर्फ उस Aspirant का फैसला था और आगे वह क्या करेगा यह भी उसी का निर्णय होगा।


लेकिन जैसा कि मैंने बताया यह एक भंवर है जिसमे घुसना आसान है, लेकिन निकलने के लिए बहुत हिम्मत चाहिए। कई बार लोक लाज की वजह से तो कई बार भविष्य में Selection हो जाने की उम्मीद में Students इस भंवर में फंस कर रह जाते हैं। मगर यदि ध्यान से देखा जाए तो हमें ऐसे कई Indications मिलते हैं जो हमे बताते हैं कि अब समय आ गया है यूपीएससी को अलविदा कह देने का।


इन Indications में सबसे पहला है – डिप्रेशन। डिप्रेशन हम सब को होती है और हम सब कुछ समय बाद खुद ही उससे बाहर निकल जाते हैं लेकिन यदि आप ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो समझ लीजिए कि आपको अपना रास्ता बदल लेना चाहिए।


दूसरा Indiacation है पढ़ाई में मन नहीं लगना – एक ही चीज को बार बार पढ़ना काफी मुश्किल काम है और जो यदि आपका मन भी इतने समय के बाद पढ़ाई में नहीं लग रहा तो शायद आपको अब यूपीएससी से बाहर निकल जाना चाहिए।


तैयारी में सुधार न होना तीसरा और आखिरी Indication है जो हमे बताता है कि अब यूपीएससी की तैयारी छोड़ देनी चाहिए। यदि आप परीक्षा में 2 अंक 4 अंक से पिछड़ रहे हैं और उसके बाद भी तैयारी करना चाहते हैं तो आपको जरूर करना चाहिए लेकिन यदि आप 10 या 20 अंकों से पिछड़ रहे हैं तो इसका मतलब है कि आपकी तैयारी उस स्तर पर नहीं पहुँच पा रही जहां से आप यूपीएससी क्लियर कर सकें। ऐसी परिस्थित में बेहतर यही होगा कि आप यूपीएससी को छोड़ कर किसी और क्षेत्र में अपना कैरियर तलाशें।


दोस्तों, किसी चीज को पाने की हसरत रखना, उसके लिए जी तोड़ मेहनत करना और फिर उसे छोड़ देना बेहद मुश्किल है लेकिन कई बार एक ही चीज से चिपके रहना और जीवन में आगे की राह तय नहीं करना घातक हो जाता है। इसलिए आप भी इन Indicators को पहचाने और उसके बाद ही अपनी आगे की राह तय करें।