आपको IAS क्यों बनना है ?


हर साल लगभग दस लाख लोग यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा के लिए अपनी दावेदारी पेश करते हैं। इसका मतलब ये हुआ कि लगभग दस लाख लोग आईएएस बनने का सपना देखते है मगर सफलता तो सिर्फ कुछ सौ लोगों को ही मिलती है। आखिर ऐसा क्यों है? यह बात अपनी जगह सही है कि टोटल नंबर ऑफ सीट्स बहुत कम है लेकिन यह भी तो सच है ना कि एक एक नंबर से कई हज़ार लोग पिछड़ जाते हैं। यानि मसला Intelligence या नॉलेज का नहीं बल्कि किसी और बात का भी है? दरअसल 99 प्रतिशत लोग एक बेहद साधारण लेकिन जरूरी सवाल का जवाब नहीं ढूंढ पाते हैं? वो सवाल जिनका जवाब उन्हें किसी परीक्षा में नहीं बल्कि खुद को देना होता है, और वो सवाल है – आखिर उन्हें आईएएस क्यों बनना है? यदि आप भी आईएएस बनना चाहते हैं तो आपको भी सबसे पहले इस सवाल का जवाब ढूँढना चाहिए और यदि आप नहीं ढूंढ पा रहे हैं |


हम सब का जीवन में कोई ना कोई लक्ष्य जरूर होता है और उस लक्ष्य निर्धारण के पीछे कारण भी होता है। 90 के दशक में जब हमारी अर्थव्यवस्था को बाहर की दुनिया के लिए खोला गया तो युवाओं के लिए अनेक प्रकार के Job Opportunities उभर कर सामने आने लगीं और लोगों ने इन मौकों का भरपूर फायदा भी उठाया है। अब आप चाहे जो भी कैरियर पाथ चुनें, उसके पीछे कोई ना कोई कारण जरूर होता है। कोई अपनी गरीबी से बाहर निकलना चाहता है तो कोई किस फील्ड में अपना टैलंट दिखाना चाहता है।


इसी तरह जब कोई यह फैसला करता है कि उसे आईएएस बनना है तो उसके पीछे भी कोई न कोई कारण जरूर होता है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण ये है कि यह केवल एक नौकरी वाली प्रोफाइल नही है, बल्कि यह एक तरह की जिम्मेदारी है और वास्तव में इनके कर्तव्यों को निभाने के लिए आपको सक्षम होना चाहिए। उनके द्वारा चुने गए क्षेत्र के अनुसार अपनी जिम्मेदारी का वहन करना होता है। लेकिन उनका मख्य उद्देश्य (मकसद) समाजिक सुधार और विकास है। यह एक समाज के रुप में, लोगों के समुह में, स्कूल आदि के विकास के रुप में हो सकता है। एक आई.ए.एस. अधिकारी चुने हुए एक निश्चित क्षेत्र के विकास के लिए नए नियम भी बना सकते है।


मान लीजिए कि आपको लगता है कि आपके नजदीक कोई स्कूल होना चाहिए, तो आप सरकार को सुझाव दे सकते है और इससे आप लोगों की मदद कर सकते है। इसी तरह जिस क्षेत्र में आपकी नियुक्ति होती है यह उस क्षेत्र पर निर्भर करता है। यदि यह एक सार्वजनिक क्षेत्र है तो आपको सामाजिक कार्यों का अवसर मिलेगा, जबकि यदि आप किसी केन्द्रिय स्तर पर है तो आपको सरकार के साथ नए नियम और नई नीतियां बनाने में सरकार के साथ काम करने का अवसर मिलेगा। विभिन्न मंत्रियों के अधीन आई.ए.एस. अधिकारियों का एक समुह होता है और यही अधिकारी उन्हें सलाह देते है, और ये हमारे राष्ट्र के निर्माण और विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।


आज सिविल सेवकों के पास कार्य करने की व्यापक शक्तियाँ हैं, जिस कारण कई बार उनकी आलोचना भी की जाती है। लेकिन, यदि इस शक्ति का सही से इस्तेमाल किया जाए तो वह देश की दशा और दिशा दोनों बदल सकता है। यही वजह है कि बड़े बदलाव या कुछ अच्छा कर गुज़रने की चाह रखने वाले युवा इस नौकरी की ओर आकर्षित होते हैं और इस बड़ी भूमिका में खुद को शामिल करने के लिये सिविल सेवा परीक्षा में सम्मिलित होते हैं।


यह एकमात्र ऐसी परीक्षा है जिसमें सफल होने के बाद विभिन्न क्षेत्रों में प्रशासन के उच्च पदों पर आसीन होने और नीति-निर्माण में प्रभावी भूमिका निभाने का मौका मिलता है।


इसमें  केवल आकर्षक वेतन, पद की सुरक्षा, कार्य क्षेत्र का वैविध्य और अन्य तमाम प्रकार की सुविधाएँ ही नहीं मिलती हैं बल्कि देश के प्रशासन में शीर्ष पर पहुँचने के अवसर के साथ-साथ उच्च सामाजिक प्रतिष्ठा भी मिलती है।

हमें आए दिन ऐसे आईएएस, आईपीएस अधिकारियों के बारे में पढ़ने-सुनने को मिलता है, जिन्होंने अपने ज़िले या किसी अन्य क्षेत्र में कमाल का काम किया हो। इस कमाल के पीछे उनकी व्यक्तिगत मेहनत तो होती ही है, साथ ही इसमें बड़ा योगदान इस सेवा की प्रकृति का भी है जो उन्हें ढेर सारे विकल्प और उन विकल्पों पर सफलतापूर्वक कार्य करने का अवसर प्रदान करती है।


कुल मिलाकर, सिविल सेवा में जाने के बाद हमारे पास आगे बढ़ने और देश को आगे बढ़ाने के अनेक अवसर होते हैं। सबसे बढ़कर हम एक साथ कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, प्रबंधन जैसे विभिन्न क्षेत्रों के विकास में योगदान कर सकते हैं जो किसी अन्य सार्वजनिक क्षेत्र में शायद ही सम्भव है।