UPSC के लिए बेस्ट नोट्स कैसे बनाए ?


हमारा दिमाग एक सुपर कम्प्युटर की तरह है जिसमे हु अथाह सूचनाएँ यानि Information स्टोर कर सकते हैं। लेकिन इससे भी मेजदार बात ये है कि समय आने पर हम इनमे से 80 प्रतिशत सूचनाओं को भूल जाते हैं इसका मतलब यह हुआ कि Information को स्टोर करना और उसे समय पर Present करना दो अलग अलग क्रियाएँ हैं जो आपस में जुड़ी हुई हैं इन दोनों को मिला कर ही आपको Desired Results मिल सकते हैं। इसलिए तो Students को हमेशा पढ़ते समय नोट्स बनाने की साह दी जाती है और जब बात यूपीएससी की हो तब तो नोट्स का महत्व और भी बढ़ जाता है। अब अधिकांश Students की प्रोब्लम यह होती है कि उन्हें यह पता ही नहीं होता कि नोट्स कैसे बनाया जाए? और इस कारण उनके लिए चीजों को याद रखना और उन्हें सही समय पर प्रेरसेंट कर पाना मुश्किल हो जाता है। यदि आप भी इसी प्रॉबलम हो रही तो आज का यह वीडियो आपको जरूर देखना चाहिए क्योंकि आज हम बात करेंगे कि आखिर नोट्स कैसे बनाया जाए?


यूपीएससी की तैयारी के दौरान छोटे नोट्स बनाना सीखना बहुत महत्वपूर्ण है, खासकर सिविल सर्विसेस मेन्स परीक्षा के कांटेक्स्ट में। गहन अध्ययन के बिना और अपने स्वयं के नोट्स तैयार करने और उन्हें रेगुलरली Revise किए बिना कोई भी मुख्य परीक्षा में सफलता प्राप्त करने की उम्मीद नहीं कर सकता है।


Notes बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?



Learning is the first step of notes Making - अक्सर हम नोट्स बनाने का मतलब किताब में दी हुई बातों को कॉपी में उतारना समझ लेते हैं। आपने भी देख होगा कि Students अक्सर बिना कुछ समझे सिर्फ किताब को पढ़ कर उसे अपनी कॉपी में नोट किए जा रहे हैं और पूछने पर कहते हैं कि नोट्स बना रहे हैं। जबकि क्या करा रहे हैं यह तो नहीं पता लेकिन इतना Sure है कि वे अपना समय Waste कर रहे हैं।


नोट्स तैयार करना तो एक कला है जिसमे आप पहले किताब को पढ़ते हैं, उसे समझते है और फिर उसकी सूचनाओं को अपने आकलन के आधार पर कॉपी में नोट करते हैं। इसलिए नोट्स बनाने से पहले किताब को अच्छी तरह पढ़िये और यदि जरूरत हो तो दो बार पढ़िये। जब आप किताब कि बातों को समझ जाए उसके बाद ही अपने नोट्स बनाए।


Visualization - क्या अपने कभी गौर किया है कि आपसे पूछा जाए कि दीवार फिल्म में किन किन कलाकारों ने काम किया था तो आप तपाक से उसका जवाब दे सकते हैं जबकि यह फिल्म चार दशक पहले रिलीस हुई थी वहीं यदि आपसे पूछा जाए कि यूक्रेन के प्रधान मंत्री का नाम क्या है तो आप शायद ना बता पाएँ जबकि अपने उनका नाम अभी Current Affairs में जरूर पढ़ा होगा। इसका कारण है कि हमारा दिमाग पढ़ी हुई बातों की अपेक्षा देखी हुई चीजों को ज्यादा लंबे समय तक याद रख पता है। आप इस क्वालिटी को अपने नोट्स में भी उसे कर सकते हैं। नोट्स में Maps, Diagrams Flowcharts इत्यादि का खूब इस्तेमाल कीजिए। इससे ना सिर्फ आपकी Retention बेहतर होगी बल्कि आप परीक्षा में आसानी से Informations को present भी कर पाएंगे।


Make It Small And Crisp – नोट्स का मतलब किताब में दी हुई बातों को हूबहू उतार देना नहीं होता बल्कि, नोट्स का मतलब आपने जो पढ़ा है उसके Pointers तैयार करना होता है। पूरी की पूरी किताब याद कर पाना किसी के लिए संभव नहीं। दोस्तों, नोट्स तैयार करने का एक बड़ा Objective रिवीजन करना होता है। अब यदि आप पूरी की पूरी किताब ही नोट्स में लिख लेंगे तो क्या इससे बेहतर ये नहीं होगा कि आप किताब से ही रिवीजन कर लें। इससे कम से कम नोट्स बनाने में लगने वाला समय भी बचेगा। मगर इससे आपको कुछ खास हासिल नहीं होने वाला। इसलिए बेहतर यही होगा कि आप पॉइंट्स के आधार पर अपने नोट्स बनाए और उन Points को याद रखें। जरूरत पड़ने पर आप उन पॉइंट्स को आसानी से Elaborate कर सकते हैं। इसके साथ ही हमेशा कोशिश कीजिये कि आप अपने नोट्स खुद तैयार करें। वैसे तो बाज़ार में बहुत सारे टीचर्स और Ex – Students के नोट्स आपको आसानी से मिल जाएंगे लेकिन यदि आप वाकई सफल होना चाहते हैं तो आपको अपने नोट्स खुद ही तैयार करने चाहिए। इससे रिवीजन करते समय आपको आसानी तो होगी ही, आप Information को Behatar ढंग से Analyze कर के परीक्षा में उसे Articulate भी कर पाएंगे।