इस बार के RESULT में कौन सा राज्य है सबसे आगे ? 


दोस्तों, यूपीएससी 2022 के रिजल्ट्स Announce हो चुके हैं और देश के अलग अलग कोनों से छात्रों ने अपना परचम लहराया। रिजल्ट्स आने के बाद अक्सर हमारे मन में यह सवाल उठता है कि आखिर मेरे राज्य का Performance कैसा रहा है और इसलिए हमने सोचा की क्यों ना आज हम अलग अलग राज्यों से सफल होने वाले स्टूडेंट्स के बारे में बात करें। तो आइए शुरू करते हैं।


दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार 1951 से लेकर 2021 तक 70 सालों में देश में सबसे ज़्यादा आईएएस उत्तर प्रदेश से निकले हैं। 2021 तक यूपी के कुल आईएएस अधिकारियों की संख्या 717 है। वहीं दूसरे नंबर पर बिहार आता है, जहां से 452 आईएएस निकले हैं। तीसरे नंबर पर राजस्थान है, यहां से 322 उम्मीदवारों का चयन आईएएस पद के लिए हुआ है।


इसके बाद तमिलनाडु का नंबर आता है, जिसने देश को 318 आईएएस अधिकारी दिए हैं। वहीं आंध्र प्रदेश से 314 आईएएस अफ़सर निकले हैं। इसके बाद नंबर आता है महाराष्ट्र का, जहां से 253 आईएएस अधिकारी हैं। वहीं पंजाब से 232, दिल्ली से 211 आईएएस निकले हैं. 9वें नंबर पर हरियाणा है, जिसने 190 आईएएस अधिकारी दिए हैं. वहीं टॉप-10 में अंतिम स्थान पर आता है मध्यप्रदेश, जहां से 183 आईएएस अफ़सर निकले हैं।


साल 2022 के रिज़ल्ट –


अब जैसा कि हमने देखा, उत्तर प्रदेश और बिहार के स्टूडेंट्स सिविल Services में काफी आगे रहते हैं और यह ट्रेंड इस साल भी देखने को मिला है। उत्तर प्रदेश के अभ्यर्थियों ने यूपीएससी रिजल्ट 2022 में शानदार प्रदर्शन के जरिए अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। कुछ अभ्यर्थियों ने अभावों को पार करते हुए सफलता की मंजिल को छुआ। किसी ने निशक्तता को पार करते हुए सफलता की इबारत लिख दी। इतना ही नहीं इस बार की ऑल इंडिया रैंक 1 ईशिता भी उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा की ही रहने वाली हैं आऊर Top 4 में दो लड़कियां उत्तर प्रदेश से हैं। उत्तर प्रदेश की इस सफलता मे एक योगदान उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गयी है अभ्युदय योजना का भी है। इस योजना के अंतर्गत Students को मुफ्त में Civil सेवाओं के लिए मुफ्त में कोचिंग दी जाती है। यह योजना इसी साल शुरू की गयी है और पहले ही साल में 13 स्टूडेंट्स ने यूपीएससी में सफलता प्राप्त की है।


उत्तर प्रदेश के बाद बिहार के स्टूडेंट्स ने भी सिविल सेवाओं में अपना परचम लहराया है। दूसरी टॉपर के साथ बिहार से टॉप 10 में 3 अभ्यर्थी रहे। वहीं टॉप 100 में 10 अभ्यर्थियों ने बाजी मारी। जबकि सफल हुए परीक्षा के फाइनल रिजल्ट में कुल 933 में से बिहार के दो दर्जन से अधिक अभ्यर्थियों ने बाजी मारी। और जो बात बिहार के Students को बकियों से अलग करती है वो ये है कि यहाँ World Class कोचिंग और इनफ्रास्ट्रक्चर की कमी के बावजूद यहाँ के स्टूडेंट्स हर साल परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं। यदि आपको याद हो साल 2020 के Topper शुभम कुमार भी बिहार के ही है।


उत्तर प्रदेश और बिहार के बाद राजस्थान के कई होनहारों ने देश की सर्वाधिक प्रतिष्ठित इस परीक्षा में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. बीते कुछ बरसों में यूपीएससी परीक्षा में राजस्थान के युवाओं की सफलता का प्रतिशत खासा बढ़ा है. सबसे बड़ी बात यह है कि पश्चिमी राजस्थान के जिलों से इस परीक्षा में कई प्रतिभाएं सामने आ रही हैं. इस बार भी पश्चिमी राजस्थान के युवाओं ने इस परीक्षा में सफलता का परचम लहराया है।


उत्तर प्रदेश और बिहार से सबसे अधिक Selction के पीछे एक बड़ा कारण इन राज्यों की बड़ी आबादी भी है लेकिन इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता कि इन राज्यों में सिविल सेवा को लेकर युवाओं में कुछ ज्यादा ही क्रेज है। और सबसे ज्यादा Application भी इन्हीं राज्यों से आते हैं। इसके अलावा राजस्थान एक ऐसा राज्य है जिसके बारे में चर्चा कम होती है लेकिन यहाँ से भी आईएएस बनने वाले छात्रों की संख्या काफी अधिक है।