आज की तारीख है 24 फरवरी


बात है  25 मार्च 1989( नवासी) की , जब  तमिलनाडु के विधानसभा में एक महिला का अपमान किया गया .वह  महिला  अपनी फटी साड़ी के साथ  विधानसभा से बाहर आईं .यही वो दिन था जब उस महिला ने सदन से निकलते हुए कहा कि वो मुख्यमंत्री बनकर ही अब इस सदन में लौटेगी वर्ना नहीं . इतिहास में  ऐसी घटना पहले कभी नही हुई . इस घटना ने उस महिला के  प्रति लोगो की  सुहानुभूति  को और  बढ़ा दिया..इस घटना के पीछे की असली वजह थी सत्ता पक्ष के सदस्यों और अन्ना द्रमुक के सदस्यों के बीच सदन में ही हुई  हाथापाई.... जो महिला फटी साड़ी के साथ बाहर आई वो कोई और  नहीं दक्षिण भारत की एक मशहूर अभिनेत्री और तमिलनाडु  की मुख्यमंत्री ‘जयराम जयललिता’ यानि ‘अम्मा’ थी।


कर्नाटक राज्य के मैसूर, मेलुकोटे नामक स्थान पर आज के ही दिन 24 फरवरी 1948(अड़तालीस) को जयललिता का जन्म हुआ था | वह तमिलियन थी जो तमिल परिवार से संबंध रखती थी, जिनके पिता जयराम पेशे से वकील थे. लेकिन जब जयललिता जयराम मात्र 2 साल की थी उस समय ही उनके पिता की मृत्यु हो गई | उसके बाद जयललिता और उनके भाई को लेकर उनकी मां वेदवती दोनों के साथ बेंगलुरु शिफ्ट हो गई | अब दोनों बच्चों की जिम्मेदारी उनकी मां के कंधे पर आ गई थी, जिस वजह से उन्होंने तमिल सिनेमा में काम करना शुरू कर दिया | जयललिता के परिवार में सभी सदस्यों के नाम के आगे उपसर्ग के तौर पर ‘जय’ लगाया जाता था जिसका अर्थ होता था विजय होना | इसलिए उनके भाई का नाम जय कुमार था और उनका खुद का नाम जयललिता रखा गय ।


चेन्नई में मौजूद एक गर्ल्स हाई स्कूल से जयललिता ने अपनी स्कूली शिक्षा शुरू की, उसके बाद सेक्रेड हार्ट मैट्रिकुलेशन स्कूल में अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखी | बचपन से ही पढ़ाई में जयललिता की काफी रुचि थी, जिस वजह से सन 1964(चौंसठ) में ही उन्होंने अपनी मैट्रिक की पढ़ाई पूरी भी कर ली थी | उनके अंक इतने अच्छे आते थे कि उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए सरकार से Scholarship भी प्राप्त हुई | पढ़ाई में अच्छा होने के बावजूद उनकी माँ ने उन्हें फिल्मों में काम करने के लिए मजबूर किया था ।


बस फिर क्या था! पहली कन्नड़ फ़िल्म के बाद उनके पास एक के बाद एक फ़िल्में आने लगीं | उन्होंने दक्षिण भारत में उस दौर के लगभग सभी सुपरस्टारों के साथ काम किया | फ़िल्म इतिहासकारों के अनुसार, जयललिता ने जयशंकर के साथ 10 तमिल फिल्मों में काम किया ... इस साथ ही उन्होंने एन टी रामाराव के साथ 12 तेलुगु फिल्मों में भी काम किया |  लेकिन, M G रामचंद्रन के साथ तमिल फिल्मों में उनकी जोड़ी ने उन्हें कामयाबी और शोहरत के नए मुक़ाम पर पहुंचाया |  जब M G रामचंद्रन राजनीति में आए, तो जयललिता को भी साथ ले आए | 1982(बयासी) में उन्होंने अन्ना द्रमुक की सदस्यता ग्रहण की और 1983(तिरासी) में पार्टी की प्रचार प्रमुख बन गईं और विधायक भी। उन्होंने अपना पहला चुनाव तिरुचेंदूर सीट से जीता. एम जी रामचंद्रन ने 1984(चौरासी) में उन्हें राज्यसभा भेजा ... फिल्मों की तरह ही राजनीति में भी जयललिता एक-एक कर सीढ़ियां चढ़ती चली गई।


साल 1988(अट्ठासी) में एम जी रामचंद्रन के निधन के बाद अन्ना द्रमुक दो हिस्सों में बंट गया | एक हिस्से का नेतृत्व MGR की पत्नी जानकी कर रहीं थी तो दूसरे का जयललिता . जयललिता ख़ुद को एमजीआर का राजनीतिक उत्तराधिकारी मानने लगीं |  लेकिन, उस वक़्त तमिलनाडु विधानसभा के अध्यक्ष पी एच पांडियन ने जयललिता के गुट के 6 सदस्यों को अयोग्य क़रार दिया | जिसके बाद जानकी रामचंद्रन तमिलनाडु की पहली महिला मुख्यमंत्री बन गईं .  राष्ट्रपति शासन के बाद 1989(नवासी) में हुए विधानसभा के चुनावों में जयललिता के गुट ने 27 सीटें जीत लीं और वे विपक्ष की नेता बनीं।


जिसके बाद साल 1991(इक्यानबे) में राजीव गांधी की हत्या के बाद हुए चुनावों में जयललिता ने कांग्रेस से चुनावी समझौता किया और 234 में से 225 सीटें जीत लीं | और वह मुख्यमंत्री बनी..5 साल के कार्यकाल में जयललिता कई विवादों में फंसीं, जिसकी वजह से 1996(छियानबे) के चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. साल 2001 में एक बार फिर जयललिता सत्‍ता में वापस आई, वो भी भारी बहुमत के साथ . लेकिन एक बार फिर वो राजनीतिक इम्‍तहान में खरी नहीं उतर सकीं और 2006 के चुनाव में उनके सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी DMK प्रमुख एम करुणानिधि विधानसभा चुनाव में जीते .  इस करारी हार के बावजूद जयललिता ने संघर्ष जारी रखा और साल 2011 के चुनाव में एक बार फिर से  सत्‍ता में लौटी जयललिता 5 बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री के रूप में चुनी गई थी।


आपको बता दें जयललिता के जीवन पर साल 2021 में thalaivi ऩाम से एक फिल्म भी आई, जिसमें अभिनेत्री कंगना रनौत ने जयललिता का किरदार निभाया।  इस फिल्म की लोकप्रियता से साफ देखा गया है कि आज भी लोगों के दिल में अम्मा यानि जयललिता के लिए  कितना सम्मान है।


दोस्तों आइए अब आखिर में जानते है देश और दुनिया की आज की तारीख यानि 24 फरवरी की अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में:


आज के ही दिन साल 1942(बयालीस) में  नाजी नेताओं के प्रोपेगेंडा का जवाब देने के लिए वॉयस ऑफ अमेरिका ने जर्मन में अपना पहला प्रसारण किया। 

साथ ही साल 1955(पचपन) में  एप्पल कंपनी के को-फाउंडर और अमेरिकी बिजनेसमैन स्टीव जॉब्स का कैलिफोर्निया में जन्म हुआ। 

साल 1976(छिहत्तर) में  क्यूबा में नया संविधान लागू हुआ। 

वही साल 1991(इक्यानबे) में  गल्फ वॉर के दौरान अमेरिकी सेना ने ग्राउंड ऑपरेशन शुरू किया। 

साल 1998(अट्ठानबे) में हिन्दी फिल्मों की प्रसिद्ध अभिनेत्री ललिता पवार का निधन हुआ। 

आज के ही दिन साल 2008 में  क्यूबा के राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो ने पद से इस्तीफा दिया।