12th के बाद से ही क्यों शुरू कर देनी चाहिए UPSC की तैयारी ?
यूपीएससी की तैयारी करना किसी युद्ध लड़ने से कम नहीं है। एक ऐसा युद्ध जिसके लिए आप कितनी भी तैयारी कर लें, अंत तक आते आते आपको यही महसूस होगा कि काश थोड़ा और समय होता तो तैयारी और भी बेहतर हो सकती है। अब समय किसी के लिए रुकता तो नहीं लेकिन यदि समय की रफ्तार के साथ अपने कदम मिला लिए जाये तो बड़ी से बड़ी चुनती को भी पार किया जा सकता है। तभी तो कहते हैं ना कि यूपीएससी qualify करनी है तो तैयारी जितनी जल्दी हो सके, शुरू कर देनी चाहिए।
दोस्तों, बारहवीं तक की पढ़ाई करते समय हमारे अंदर थोड़ा बचपना होता है जब हम भविष्य को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं होते लेकिन, 12th के बाद यह जरूरी है कि आप अपने भविष्य को लेकर सजग हो जाएँ। तभी तो कई students अपनी पसंद की पढ़ाई करने और उसी क्षेत्र में आगे बढ्ने के लिए 12th के बाद से ही सिरियस हो जाते हैं। अब engineering, मेडिकल, लॉं, इत्यादि में career बनाने के लिए आपको 12th के बाद ही स्ट्रीम opt करनी पड़ती है तो यूपीएससी के लिए भी यही अप्रोच क्यों नहीं होनी चाहिए? बल्कि यूपीएससी के syllabus की vastness को देखते हुए यह जरूरी हो जाता है कि आप इसकी तैयारी कॉलेज के दिनों से ही शुरू कर देनी चाहिए। इसके अलावा 12th के बाद तैयारी शुरू कर देने के और भी फायदे हैं।
आपको काफी समय मिलता है - जब आप स्नातक की डिग्री प्राप्त कर रहे होते हैं, तो आपके पास इस परीक्षा के लिए आवश्यक तैयारी करने के लिए पर्याप्त समय होता है। स्नातक के दौरान आपको कम से कम तीन साल बिना किसी प्रैशर के सिर्फ पढ़ाई करने के लिए मिलते हैं। और इसके अलावा यदि आप अपने पहले attempt में किसी कारण सफल नहीं भी होते तो भी आप कई candidates से बेहतर होते हैं और आपके पास आगे के attempts के लिए भी काफी समय मिल जाता है।
Career orientation - स्नातक करते समय, आपके पास अपने लिए एक उपयुक्त करियर का पता लगाने के लिए पर्याप्त समय होता है। सिविल सेवा की तैयारी करने की इच्छा रखने वाले प्रत्येक छात्र में इतना साहस और धैर्य नहीं होता कि यह एक लंबी दूरी तय कर सके। कभी-कभी, जब तक एक aspirant को यह एहसास होता है कि वह यूपीएससी के लिए नहीं बना है और उसकी मंजिल कुछ और होनी चाहिए, तब तक देर हो चुकी होती है। इसलिए अगर आप इस राह पर आगे नहीं बढ़ाना चाहते हैं, तो भी आप सही समय पर समझदारी भरा निर्णय ले सकते हैं।
Right use of time – graduation का समय ऐसा समय होता है जब आपके पास काफी खाली समय होता है। इस दौरान कई students को यह पता नहीं चलता कि वे अपने खाली समय का उपयोग कैसे करें और वे अपना पूरा समय बेकार की चीजों में waste कर देते हैं। यदि आप graduation में यूपीएससी की तैयारी करने का निर्णय लेते हैं तो आप अपने खाली समय का बहुत ही बढ़िया इस्तेमाल कर सकेंगे जो आपको जीवन में आगे भी काम आएगी।
पढ़ने की आदत – यूपीएससी की तैयारी करने के लिए घंटों पढ़ने की आदत डिवैलप करनी पड़ती है। यह आदत एक ऐसी चीज है जिसे विकसित होने में समय लगता है। अक्सर जब लोग इस परीक्षा को टार्गेट करते हैं, तो उन्हें सबसे पहले घंटों तक तन्मयता से पढ़ाई कर पाना सबसे बड़ी मुसीबत बन जाती है। कॉलेज में तैयारी करते हुए आप उस समय का सदुपयोग कर सकते हैं जब आप लंबे समय तक पढ़ाई कर पाने के स्किल में mastery हासिल कर सकते हैं।
More time to strengthen weakness - तैयारी के लिए अधिक समय आपको अपनी कमजोरियों को पहचानने और उन पर ध्यान केंद्रित करने, हर एक दिन में सुधार करने और बेहतर और बेहतर होने के लिए अधिक समय भी प्रदान करता है। इसके साथ ही, अधिक समय हाथ में होने से आपको अपनी कमजोरियों को दूर करने केलिए भी अधिक समय मिलता है। और जैसे-जैसे ये कमजोरियां दूर होंगी, आप इस परीक्षा का सामना करने के लिए और भी आत्मविश्वास प्राप्त कर लेंगे।
तो दोस्तों देखा आपने कि यूपीएससी की तैयारी कॉलेज के दिनों से ही शुरू कर देने से आपको एक head start मलता है जो परीक्षा के दिन में आपको कई candidates से आगे खड़ा कर देता है।