दोस्तों, जब आप UPSC के फॉर्म भरते हैं तो आपका एक सपना होता है कि इसी प्रयास में मैं IAS/IPS बन जाऊं. पर क्या ये इतना आसान है. तो आइये आज हम इसी बात पर आपको ले चलते हैं कि ये जो पूरी सफ़र है IAS उम्मीदवार से IAS ऑफिसर का, ये कैसा होता है?

  

दोस्तों, इतने बड़े पद पर सही व्यक्ति का चुनाव करना भी अपने आप में एक बड़ी जिम्मेवारी है. और इसीलिए इस प्रक्रिया को इतना जटिल और कठोर बनाया गया है कि इसमें आप सिर्फ अपने मेहनत और टैलेंट की वजह से ही पास हो सकते हैं. ऐसा माना जाता है कि यह भारत ही नहीं विश्व का सबसे कठिनतम परीक्षा है, जो किसी ना किसी रूप में आपको प्रभावित कर ही जाता है. चाहे केंद्र सरकार हो या राज्य, जिला हो या शहर, हर एक शीर्ष पदों पर कोई न कोई IAS ही होता है

हर वर्ष IAS परीक्षा में तक़रीबन 1 लाख लोग बैठते है पर उनमें अंतिम सिलेक्शन सिर्फ 1000 या इससे भी कम लोगों का होता है. अब इसी साल 2020 की बात करें तो कुल सीट 800 से भी कम है.भारत में हर साल फ़रवरी महीने में UPSC इन पदों पर भर्ती के लिए Notification इशू करता हैं. इसमें IAS के साथ साथ 24 सेंट्रल गवर्नमेंट के पदों पर बहाली के लिए ये Notification निकाला जाता है. इनमें IAS (Indian Administrative Services), IPS (Indian Police Services), IFoS (Indian Forest Services),  all india services है और बाकी सेंट्रल गवर्नमेंट सर्विसेज है

तो आईये अब जानते है कि इसमें चयन हेतु क्या योग्यता होनी चाहिए?

    ·         IAS, IPS एवं IFS के लिए उम्मीदवार का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।

    ·         IAS, IPS एवं IFS के अतिरिक्त पदों के लिए

    ·         भारत का नागरिक हो या

    ·         नेपाल का नागरिक हो या

    ·         भूटान का नागरिक हो या

    ·         एक शरणार्थी जो 1 जनवरी 1962 से पहले भारत में स्थाई रूप से रह हो

शैक्षणिक योग्यता

    ·     किसी राज्य या केंद्रीय विश्वविद्यालय अथवा डीम्ड विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक
    ·       दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से प्राप्त स्नातक डिग्री
    ·       Open University से प्राप्त स्नातक डिग्री

छात्र जो स्नातक के अंतिम वर्ष में है, वह भी सिविल सेवा के लिए आवेदन कर सकते हैं। लेकिन मुख्य परीक्षा में शामिल होने से पहले उन्हें आवेदन पत्र के साथ स्नातक डिग्री संलग्न करना आवश्यक है

आयु सीमा

    ·       सामान्य श्रेणी के उम्मीदवार के लिए       – 21 से 32 बर्ष
    ·       OBC श्रेणी के उम्मीदवार के लिए     – 21 से 32 बर्ष +Years with relaxation of 03 years
    ·       SC/ST श्रेणी के उम्मीदवार के लिए    – 21 से 32 बर्ष +Years with relaxation of 05 years

Attempt

    ·       सामान्य श्रेणी के उम्मीदवार के लिए       – 6
    ·       ओबीसी श्रेणी के उम्मीदवार के लिए       – 9
    ·       SC ST श्रेणी के उम्मीदवार के लिए     No Limit

फॉर्म भरने माक को attempt नहीं माना जाता है, पर यदि आप Prelims एग्जाम में Appear होते हैं तो आपका attempt माना जायेगा

अब जानते हैं UPSC Pattern को

सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों में संपन्न होती है, इसका Notification जनवरी-फरवरी में आता है। और इसके आवेदन फरवरी-मार्च तक होते हैं, एवं प्रारंभिक परीक्षा का एग्जाम जून में होता है

सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में 2 पेपर होते हैं-

    ·       सामान्य अध्ययन
    ·       सीसैट (CSAT)

दूसरे चरण में Mains Exam होता है, इस में पहुंचने के लिए पहले आपको सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा को पास करना अनिवार्य है.सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट जुलाई-अगस्त में घोषित कर दिया जाता है

इसे पास करने के बाद मुख्य परीक्षा का फॉर्म दोबारा भरना पड़ता है. और इसके लिए 20 दिन का समय दिया जाता है. मुख्य परीक्षा सब्जेक्टिव होता है. इसमें 9 पेपर पेपर होते हैं जिसका कुल मार्क्स 1750 होता है. 9 में से 7 पेपर अहम् होता है जिसके आधार पर ही मेरिट बनाया जाता है

इन 9 पेपर में:

  •   General Studies- 4 paper
  •    Essay-1
  •    English-1
  •    Language-1
  •   Optional Subject-2

मुख्य परीक्षा का रिजल्ट अगले वर्ष मार्च तक आ जाता है.

फिर मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है, फिर इंटरव्यू में पास अभ्यर्थी को रिक्तियों व प्राप्तांक के हिसाब से मेरिट लिस्ट में स्थान दिया जाता है

इंटरव्यू 275 मार्क्स का होता है. इसमें अधिकतर सवाल आपके भरे हुए DAF (Detail Application Formसे पुछा जाता है. इसीलिए इस फॉर्म को सतर्कता के साथ भरना चाहिए

UPSC सिविल सर्विसेज का इंटरव्यू लगभग 20 दिन तक चलता है. और इंटरव्यू ख़त्म होने के कुछ ही दिन में फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया जाता है. इंटरव्यू रिजल्ट मैन्स एग्जाम और इंटरव्यू के मार्क्स को जोड़कर घोषित किया जाता है. इसका मतलब ये है कि अधिकतम 2050 मार्क्स में से फाइनल मेरिट लिस्ट बनती है. इसके आधार पर सर्विसेज बांटी जाती है. टॉप 100 को लगभग IAS रैंक मिल जाता है. और उसके बाद UPSC अपॉइंटमेंट लैटर जारी करती है