संघ लोक सेवा आयोग ने 4 अक्टूबर 2020 को भारतीय
प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की प्रारंभिक परीक्षा कराने का फैसला किया है। इसलिए यह
समय सभी इच्छुक छात्रों के लिए अपने व्यक्तिगत तैयारी के स्तरों को विश्लेषित करने
और बीते एक वर्ष में उन्होंने जो भी तैयारी की है उन्हें समेकित करने का सही समय
है।
प्रत्येक वर्ष करीब 5 लाख छात्र IAS प्रारंभिक परीक्षा देते हैं और सिर्फ 15000 छात्र ही दूसरे स्तर तक पहुंच पाते हैं। इसलिए जब कोई ऐसी प्रतियोगी परीक्षा के बारे में यह पूछता है कि तैयारी कैसे शुरु करें तो अक्सर IAS परीक्षा में सफल उम्मीदवार यही कहते हैं कि पिछले वर्षों में हुई परीक्षा के प्रश्न-पत्रों को हल करो तथा उसी आधार पर आगे की रणनीति बनाओ।
पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्र IAS उम्मीदवारों को IAS परीक्षा की तैयारी के लिए आवश्यक योजना बनाने में सहायता प्रदान करती है। पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्रों के अध्ययन के पश्चात यह अंदाजा लगाना आसान हो जाता है कि UPSC के कुछ पसंदीदा टॉपिक्स क्या है जो हर वर्ष के प्रश्न-पत्र में चाहे वह IAS प्रिलिम्स हो या IAS मुख्य परीक्षा, अवश्य पूछे जाते हैं।
यहाँ, इस लेख में IAS परीक्षा
में पूछे गए टॉपिक्स के आधार पर कुछ महत्वपूर्ण टॉपिक्स की सूची दी गई है जो IAS उम्मीदवारों
को IAS परीक्षा में अधिक से अधिक अंक अर्जित करने में सहायता कर सकती है:
पर्यावरण सम्मेलन और समझौते:
पर्यावरण-संबंधी समझौते और सम्मेलन, अंतरराष्ट्रीय
राजनीति का आधार माना जाता है और यह टॉपिक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति
के बदलते संबंधों को दर्शाता है। प्रश्न ज्यादातर प्रसिद्ध-प्रोटोकॉल या समझौतों
जैसे - Ramsar Convention, Kyoto Protocol, UNFCCC COP Meeting और भारत के
पर्यावरणीय नीतियों पर प्रमुख प्रभावों से पूछे जाते हैं।
संवादात्मक संगठन जैसे Birdlife International, WWF, 360
Degrees आदि अब IAS प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न-पत्रों का
हिस्सा बन चुके हैं। जलवायु परिवर्तन पर पेरिस शिखर सम्मेलन और झीलों पर
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन IAS परीक्षा में विशेष रूप से पूछे जाते
हैं।
अंतरराष्ट्रीय समूह, संधियां और समझौते:
भारतीयों की वैज्ञानिक उपलब्धियां खासकर अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्र में:
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को IAS प्रारंभिक
परीक्षा के सबसे कठिन खंडों में से एक माना जाता है। आमतौर पर IAS प्रारंभिक
परीक्षा में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में पूछे जाने वाले प्रश्न देश के विज्ञान
एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में चल रहे वर्तमान विकास कार्यों पर आधारित होती हैं।
मुख्य रूप से प्रश्न ISRO, DRDO और रक्षा मंत्रालय की उपलब्धियों जैसे PSLV
Satellites, Agni Missiles, Brahmos, Guided Missile System आदि पर होते हैं।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी खंड के लिए IAS उमीदवारों
को किसी एक दैनिक अखबार का अध्ययन रोजाना करना चाहिए क्योंकि IAS प्रारंभिक
परीक्षा में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी खंड में पूछे जाने वाले प्रश्न आमतौर पर वर्तमान
घटनाओं (करेंट अफेयर्स) पर आधारित होते हैं।
संसद द्वारा पारित नए अधिनियम, लंबित महत्वपूर्ण बिल और संस्तुति रिपोर्ट:
प्रत्येक वर्ष लोकप्रिय अधिनियमों के प्रावधानों जैसे GST
Bill, Land Acquisition Act, 14वें वित्त आयोग की रिपोर्ट, 15वें वित्त
आयोग का गठन संसद में लंबित महिला आरक्षण विधेयक आदि से संबंधित प्रश्न पूछे जाते
हैं। संसद के प्रमुख विधेयकों के अपडेट को जानने का मुख्य स्रोत PRS की वेबसाइट
पर मिलने वाली सालाना रिपोर्ट है।
सरकार की नई समाज कल्याण योजनाएं:
नई सामाजिक एवं आर्थिक कल्याण योजनाएं IAS प्रारंभिक
परीक्षा और IAS मुख्य परीक्षा- दोनों ही परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं। ये
योजनाएं लोगों के सामान्य दैनिक जीवन को बड़े पैमाने पर प्रभावित करती हैं और
इसलिए करेंट अफेयर्स में इन पर काफी चर्चा की जाती है। उदाहरण के लिए IAS प्रारंभिक
परीक्षा में जन धन योजना, नमामी गंगे और स्वच्छ भारत मिशन पर
प्रश्न पूछे जा चुके हैं।
प्रत्येक नई योजना और कार्यक्रम सालाना वित्तीय विवरण के आरंभ के साथ
शुरु किया जाता है और योजनाओं का विश्लेषण आर्थिक सर्वेक्षण के जरिए होता है।
सरकारी योजनाओं को पढ़ने के लिए बजट और आर्थिक सर्वेक्षण दोनों ही मानक दस्तावेज
होने चाहिए।
खबरों के अनुसार भारत के महत्वपूर्ण सांस्कृतिक स्थल और स्मारक (UNESCO):
भौगोलिक संकेत, आईपीआर, ट्रेडमार्क, पेटेंट और कृषि संबंधी मामले:
कृषि के क्षेत्र में सभी प्रमुख प्रगति जैसे जैवप्रौद्योगिकी
(बायोटेक्नोलॉजी), आनुवंशिक रूप से संशोधित (जेनिटिकली
मोडिफायड) फसलें, IPRs और GIs पर विवरणों
को अलग से लिखा जाना चाहिए क्योंकि इस खंड से सीधे– सीधे सवाल पूछे जा सकते हैं।
ज्यादातर सवाल तथ्यात्मक होते हैं लेकिन बेसिक टॉपिक्स जैसे नई तकनीक
कृषि क्षेत्र में कैसे काम करती है और कृषि पद्धतियों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।
उदाहरण के लिए IAS प्रारंभिक परीक्षा में 'नीम-कोटिंग' पर सवाल
पूछे गए थे।
सभी प्रमुख संरक्षण स्थल से संबंधित वन्यजीव या वनस्पतियों के साथ
अध्ययन किया जाना चाहिए। प्रत्येक वर्ष इस सूची से कम–से–कम 2 से 3 प्रश्न
जरूर पूछे जाते हैं। प्रश्न आमतौर पर तथ्यात्मक होते हैं। झीलों वाले स्थानों तथा
ऐसे स्थान जो पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है, इसपर भी
पर्याप्त ध्यान देना जरूरी है। उदाहरण के लिए आस-पास के विशेष क्षेत्रों में
सदाबहार वनों और झीलों की प्रयावरण में भूमिका के बारे में प्रश्न पूछे जा सकते
हैं।
1930 से 1947 के बीच का स्वतंत्रता आंदोलन:
इस लेख में दिए गए सभी टॉपिक्स में से यह टॉपिक सबसे स्थिर माना जाता
है और NCERTs और इन टॉपिक्स पर बिपिन चंद्रा की भारतीय स्वतंत्रता
संग्राम जैसी किताबों के माध्यम से आसानी से महारत हासिल की जा सकती है। IAS परीक्षा
में प्रश्न असहयोग आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन और विभिन्न
आंदोलनों से जुड़ी शख्सियतों से संबंधित होते हैं।
संवैधानिक प्रगति जैसे - 1935 का अधिनियम, वावेल
योजना, माउंटबेटन योजना, कैबिनेट मिशन योजना आदि पर भी फोकस
करना चाहिए।
भारत की भौगोलिक मानचित्रण जैसे नदियां, पहाड़, दर्रे आदि:
इन टॉपिक्स का भी अध्ययन बहुत आवश्यक है जिसे NCERTs और अॉक्फोर्ड स्कूल एटलस के माध्यम से आसानी से अध्ययन किया जा सकता है। प्रमुख नदी प्रणालियों और उनकी सहायक नदियों खासकर कृषि क्षेत्र को प्रभावित करने वाली नदियों पर फोकस करना चाहिए। पहाड़ी दर्रों से गुजरने वाले प्रमुख व्यापार मार्गों और मुख्य औद्योगिक केंद्र भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाले भारतीय जलवायु पैटर्न पर भी फोकस करें।
निष्कर्षः
उपरोक्त उल्लिखित टॉपिक सूची की तैयारी यदि छात्र अच्छी तरह से करें
तो यह उनके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। IAS प्रारंभिक
परीक्षा में पूछे जाने वाले 40% से अधिक टॉपिक्स दोहराए जाते हैं सिर्फ
प्रश्न पूछने का तरीका अलग होता है। सभी खंडों में करेंट अफेयर्स पर फोकस करना
चाहिए। यहां तक कि कला और संस्कृति खंड के प्रश्न भी खबरों में रहने वाले स्थानों
और स्मारकों के बारे में ही होती हैं।
IAS प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न-पत्र हमेशा
चौंकाने वाले और अनिश्चित होते हैं लेकिन परीक्षा में जाने से पहले आत्मविश्वास के
साथ कुछ विषयों की तैयारी काफी अच्छी तरह से की जा सकती है।