देवध्वज कौन है--नागेंद्र या ओम ? परिमल और एल.एस.डी. एक-दूसरेपर भरोसा नहीं कर पाते हैं; जबकि नागेंद्र मृत्यु हो जाने के बाद भी पुनर्जीवित होजाता है--पूर्ण स्वस्थ और पहले से कहीं अधिक शक्तिशाली रूप में । परशुरामऔर कृपाचार्य धराशायी हो चुके ओम् के अतीत में उलझ गए हैं; जबकि वृषकपिनिश्चित मृत्यु से लड़ रहा है, जो मिलारेपा को पहले ही निगल चुकी है।
शक्तिशाली अश्वत्थामा समझ नहीं पाते कि अन्य चिरंजीवी सभी मोर्चों परकैसे नष्ट हो गए । शेष शब्द कहीं छपे हैं ? क्या नागेंद्र उन सभी को ढूँढ़कर श्लोकपूरी कर पाएगा, या जो चिरंजीवी हैं, वे उसे रोक लेंगे ? निश्चित विनाश की ओरबढ़ते चिरंजीवी लोगों के अप्रत्याशित रहस्य को जानें, जिनका समय समाप्त होताजा रहा है।
Product Description :
अक्षत गुप्ता होटल व्यवसायियों के परिवार से हैं और अब बॉलीवुड के एक स्थापित पटकथा लेखक, कवि और गीतकार हैं। वह दो भाषाओं में लिखते हैं और तीन संबंधित उपन्यासों के सेट ' द हिडन हिंदू' पर कई वर्षों से काम कर रहे थे। उनका जन्म छत्तीसगढ़ में हुआ, मध्य प्रदेश में पले-बढ़े और अब मुंबई में रहते हैं। आप उनसे इंस्टाग्राम पर authorakshatgupta पर जुड़ सकते हैं या akshat.gupta0204@gmail.com पर उन्हें इ-मेल कर सकते हैं ।