डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम आजाद भारत की सबसे प्रेरक हस्तियों में से एक हैं। एक वैज्ञानिक विचारक शिक्षक लेखक और भारत के प्रथम नागरिक के रूप में उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय सफलता हासिल की। इसके साथ ही एक विकसित भारत के सपने को साकार करने के संकल्प लोगों के साथ संवाद के सीधे और सरल तरीके के साथ ही देशवासियों के प्रति अगाध प्रेम ने उन्हें कोटि-कोटि भारतीयों का चहेता बना दिया था। माय लाइफ में डॉ. कलाम ने अपने जीवन की कहानी लिखी है| जिसकी शुरुआत रामेश्वरम में उनके बड़े होने से होती है, फिर भारतीय अंतरिक्ष और मिसाइल कार्यक्रमों के लिए उनका काम करना भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में उनका कार्यकाल और उसके बाद के उनके जीवन की चर्चा है। एक अद्भुत जीवन का शानदार परिचय करानेवाली यह आत्मकथा कठिन परिश्रम कर्मठता साहस और नई सोच के महत्त्व को बतानेवाली कहानियों से भरी है। सुंदर वर्णन और सरल लेखन के कारण माय लाइफ निश्चित ही सभी आयु के पाठकों को प्रेरित करेगी।.
वैज्ञानिक उत्कृष्टता और काव्यमय प्रतिभा का यह संगम वास्तव में अद्भुत है। :
1) My Life by Dr. A.p.j. Abdul Kalam
2) कलाम जी का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को धनुषकोडी गाँव, रामेश्वरम, तमिलनाडु में एक मछुआरे परिवार में हुआ था, वे एक तमिल मुस्लिम थे। उनका पूरा नाम डॉ। अवुल पकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम है।
3) डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम केवल एक योग्य व प्रतिष्ठित वैज्ञानिक ही नहीं बल्कि एक संवेदनशील और विचारशील कवि भी हैं।
4) अपनी क्षमता और उपलब्धियों को ईश्वर की देन मानते हुए उन्होंने उन्हें भारतवासियों के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया है।
5) भारतीय समाज को गहराई से जाननेवाले डॉ. कलाम अनुकंपा, तटस्थ भाव, धैर्य और सहानुभूति से समस्याओं का समाधान ढूँढ़ने की कोशिश करते हैं।
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम :
1) उनके पिता का नाम जैनुलाब्दीन था। वह एक मध्यम वर्गीय परिवार से था। उनके पिता मछुआरों को अपनी नाव देते थे और घर चलाते थे।
2) बाल कलाम को भी उनकी शिक्षा के लिए बहुत संघर्ष करना सिखाया गया था। वह घर-घर जाकर अखबार बांटते थे और उन पैसों से अपने स्कूल की फीस भरते थे।
3)अब्दुल कलामजी ने अपने पिता को अनुशासन, ईमानदारी और उदार प्रकृति में रहना सिखाया था। उनकी माँ ईश्वर में एक श्रद्धा थी। कलाम जी के 3 बड़े भाई और 1 बड़ी बहन थी। उन सभी के साथ उनका बहुत करीबी रिश्ता था। अब्दुल कलाम जी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रामेश्वरम एलिमेंट्री स्कूल से की थी। 1950 में, कलाम जी ने बी.एससी। जोसेफ कॉलेज से पूरा किया।
4) इसके बाद, उन्होंने 1954-57 में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एम. आई. टी से वैमानिकी इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया। बचपन में, उनका एक फाइटर पायलट बनने का सपना था, लेकिन समय के साथ यह सपना बदल गया।
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About the Author
Dr. A.P.J. Abdul Kalam डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम (15.10.1931-27.7.2015) भारत के यशस्वी वैज्ञानिकों में से एक तथा उपग्रह प्रक्षेपण यान और रणनीतिक मिसाइलों के स्वदेशी विकास के वास्तुकार थे। एस.एल.वी.-3, ‘अग्नि’ और ‘पृथ्वी’ उनकी नेतृत्व-क्षमता के प्रमाण हैं। उनके अथक प्रयासों से भारत रक्षा तथा वायु-आकाश प्रणालियों में आत्मनिर्भर बना। अन्ना विश्वविद्यालय में प्रौद्योगिकी तथा सामाजिक रूपांतरण के प्रोफेसर के रूप में उन्होंने विद्यार्थियों से विचारों का आदान-प्रदान किया और उन्हें एक विकसित भारत का स्वप्न दिया। अनेक पुरस्कार-सम्मानों के साथ उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत-रत्न’ से भी सम्मानित किया गया। विज्ञान-प्रसार में योगदान के लिए उन्हें प्रतिष्ठित ‘किंग चार्ल्स-II’ मेडल से सम्मानित किया गया। भारत के राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान देश भर के आठ लाख से अधिक छात्रों से भेंट कर उन्होंने महाशक्ति भारत के स्वप्न को रचनात्मक कार्यों द्वारा साकार करने का आह्वान किया।.