बिल गेट्स
‘दुनिया का सबसे अमीर आदमी’, यह वाक्य ही कितना चमत्कृत कर देने वाला है। वह भी जब कोई साधारण व्यक्ति से इस मुकाम पर पहुँचा हो। ऐसा व्यक्ति, जो एक मिनट में 15 लाख रुपए कमाता है। निश्चित रूप से उसकी योजना और निर्णय-शक्ति कितनी सशक्त रही होगी! माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के मालिक, जिन्होंने घर-घर में कंप्यूटर पहुँचाया—विलियम हेनरी गेट्स। वे कई वर्षों तक दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने रहे। ‘टाइम्स’ पत्रिका ने गेट्स का उल्लेख उन 100 लोगों में किया, जिन्होंने बीसवीं सदी को सबसे अधिक प्रभावित किया। उन्होंने दो किताबें भी लिखी हैं—‘बिजनेस @ द स्पीड ऑफ थॉट’ और ‘द रोड अहेड’।
1. भाग्य से कुछ नहीं मिलता
हम अपने आसपास ऐसे बहुत से लोगों को देखते हैं, जो बहुत ही साधारण स्थिति से उठकर बहुत ऊँचाई पर पहुँचे। चाहे व्यापार हो, राजनीति हो, शिक्षा हो, हम अपनी अकर्मण्यता छिपाने के लिए उनकी सफलता को भाग्य से मिलाकर सफलता का नाम देते हैं; जबकि वे सफलता की स्थिति में एकाएक नहीं, बल्कि वर्षों के अपने अथक परिश्रम के बल पर पहुँचते हैं। एक सफलता के पीछे कई असफलताओं का हाथ होता है।
2. गरीब पैदा होना गलत नहीं है, गरीब रहते हुए मरना गलत है
यह बिल गेट्स द्वारा बोले गए सबसे प्रचलित वाक्यों में से एक है। बिल गेट्स एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं। उनके पिता पेशे से वकील थे। वे चाहते थे कि उनका बेटा भी वकील बने। उन्होंने कोशिश भी की, लेकिन कानून की पढ़ाई में ऐसा कुछ नहीं मिला, जो प्रेरित करे। 13 साल की उम्र में उन्हें लेकसाइड स्कूल में डाला गया, जो कि एक प्रचलित प्राइवेट स्कूल था। जब वे आठवीं कक्षा में थे, स्कूल के मदर क्लब ने लेकसाइड स्कूल के रद्दी सामानों की बिक्री से प्राप्त धन का उपयोग स्कूल के छात्रों के लिए एक ए.एस.आर–33 टेलीपैथी टर्मिनल तथा जनरल इलेक्ट्रिक (जी.ई.) कंप्यूटर पर एक कंप्यूटर प्रोग्राम खरीदने के लिए किया। गेट्स ने बेसिक प्रोग्रामिंग भाषा में (जी.ई.) सिस्टम की प्रोग्रामिंग में रुचि दिखाई और उन्हें उनकी इस रुचि के लिए गणित की कक्षाओं से छूट दी गई। उन्होंने अपना पहला कंप्यूटर प्रोग्राम उस मशीन पर लिखा—जो था टिक-टैक-टो (tic-tac-toe), उपयोगकर्ता (यूजर) को कंप्यूटर से खेल खेलने का अवसर प्रदान करता था।
3. आप अपनी तुलना किसी अन्य से कर रहे हैं तो आप खुद की बेइज्जती कर रहे हैं
हमें अपनी तुलना कभी किसी से नहीं करनी चाहिए, क्योंकि सबकी योग्यताएँ और क्षमताएँ अलग-अलग होती हैं। समस्याओं का समाधान करने के सबके तरीके अलग-अलग होते हैं। अगर हम ईश्वर को देखें तो उसने एक भी मनुष्य दूसरे जैसा नहीं बनाया। सबके चेहरे, सबकी बनावट कितनी अलग हैं। हाँ, यह अलग बात है कि हमें अपनी प्रतिस्पर्धी के लिए हमेशा चौकन्ना रहना चाहिए। बिल गेट्स ने कहा, चाहे वह गूगल हो या एप्पल अथवा फ्री सॉफ्टवेयर, हमारे कुछ शानदार प्रतिस्पर्धी हैं, जो हमें चौकन्ना रखते हैं। हमारी जिंदगी टेलीविजन जैसी नहीं होती। असल जिंदगी उससे अलग होती है। हमें कॉफी छोड़कर जॉब पर जाना पड़ता है और न ही जिंदगी सेमेस्टर में बँटी है। आपको गरमी की छुिट्टयाँ नहीं मिलतीं और बहुत कम लोग होते हैं, जो आपकी मदद करने के इच्छुक होते हैं।
4. हर इनसान को अपने जीवन में एक शिक्षक की जरूरत पड़ती है
शिक्षक एक ऐसा व्यक्ति है, जो आपसे पहले आपकी प्रतिभा को पहचानता है। शिक्षक वह, जो हीरे की तरह आपको तराशे। शिक्षक वह है, जो जीवन भर आपके साथ चले—अपनी शिक्षाओं के जरिए। शिक्षक वह है, जो आपको सही रास्ता दिखाए। शिक्षक वह है, जो सही और गलत का भेद करना बताए, जो आपके साथ न होकर भी हमेशा साथ हो। अगर ऐसा कोई शिक्षक आपके पास है तो बेशक दुनिया आपके कदमों में होगी। चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु चाणक्य, सिकंदर महान् के गुरु अरस्तू, अरस्तू के गुरु प्लूटो, गौतम बुद्ध के गुरु अलार कलाम—ऐसे गुरु, जिन्होंने अपने शिष्यों को शिखर तक पहुँचाया।
5. अतीत आईने की तरह होता है
इनसान तभी आकाश को छू सकता है, जब वह जमीन से जुड़ा रहे। वृक्ष वही घना और फलदार होता है, जिसकी जड़ें जमीन में गहरी होती हैं। आँधी, तूफान, बारिश वह सबकुछ झेलकर सालों तक खड़ा रहता है। बहुत कम लोग आईने के सामने खड़े होकर अपना संघर्ष और असफलताओं से भरा चेहरा याद कर पाते हैं।
“सफलता की खुशी मनाना अच्छा है, पर उससे जरूरी है अपनी असफलता से सीख लेना।”
बिल गेट्स ने इसे अपना मूल मंत्र बनाया। उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा, बल्कि अपने अतीत को साए की तरह अपने साथ रखा।
6. बिजनेस में शून्य से शिखर तक
व्यवसाय का अर्थ है—कोई ऐसा कार्य करना, जिससे जीवन में उन्नति हो सके, जीवन की सामाजिक व आर्थिक आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके और जीविकोपार्जन हो सके। जीवन के वे सभी कार्य, जो हमारी आर्थिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए किए जाते हैं, वे व्यवसाय कहलाते हैं।
बिजनेस कुछ नियमों और जोखिमों से भरा एक पैसे का गेम है। आपको बड़ा पाना है या बड़ा बनना है तो बड़ा जोखिम लेना सीखें। लोग हमेशा ‘बदलाव’ से डरते हैं; जब बिजली का आविष्कार हुआ था, तब भी डरे थे। हम हमेशा अगले दो वर्षों में होनेवाले परिवर्तनों को अधिक महत्त्व देते हैं और अगले दस वर्षों में होनेवाले परिवर्तनों को कम करके देखते हैं। अगर दूरदर्शिता न हो तो हम जल्द ही निष्क्रिय हो जाएँगे। आपको अपने ज्ञान और दूरदर्शिता पर भरोसा करना होगा। आप लोगों को समस्याएँ दिखाएँगे और उनका हल सुझाएँगे तो लोग उसको अपनाने के लिए आकर्षित होंगे।
लक्ष्य हमेशा एक ही होना चाहिए—आगे बढ़ना और खुद को सुधारते रहना। बदलाव ही व्यापार का नियम है। शिखर पर पहुँचकर अपने स्थान को सुरक्षित बनाए रखना ही आपके सुधारने की प्रवृत्ति की पहचान है। ‘माइक्रोसॉफ्ट’ आज भी विश्व की शिखरस्थ कंपनियों में अपना स्थान बनाए हुए है।
“अगर मैं पहले से कोई अंतिम लक्ष्य बनाकर चलता तो क्या आपको नहीं लगता है कि मैं उसे सालों पहले पूरा कर चुका होता!”
7. उम्मीद सत्य का एक रूप है
हम किसी काम की शुरुआत एक काल्पनिक रूप में करते हैं, फिर अपनी कल्पनाओं को आकार देते हैं। यह सब एक उम्मीद के तहत होता है। हम पूरा विश्वास करते हैं, कल्पना जब आकार लेगी तो वह सफल होगी। अगर उम्मीद ही न हो तो सफलता का कोई सवाल ही नहीं, आप काम की शुरुआत ही नहीं कर सकेंगे। उम्मीदें उस दीये की तरह हैं, जो अँधेरे में भी दिशा दिखाने का कार्य करता है और हम एक रोशनी की किरण का पीछा करते हुए आगे बढ़ते हैं। इस बात को हम ऐसे समझें, जब दो लोगों के बीच प्रतिस्पर्धा हो तो निश्चित रूप से एक हारता है; लेकिन दोनों में से एक यह सोचे कि वह हार जाएगा तो उसकी जीत कभी संभव नहीं हो सकती। संभव है कि वह लडे़ ही न। एक उम्मीद के सहारे कि वह ही विजेता होगा, दोनों पक्ष आगे बढ़ते हैं।
“उम्मीद सत्य का एक रूप है, यदि लोग ऐसा विश्वास करते हैं तो यह सच है।”
8. प्रेजेंटेशन
मान लीजिए, आपको प्लेट में करीने से सजाकर खाना परोसा गया है तो आप भूखे न होने पर भी चाहोगे कि कुछ तो खाया ही जाए। चाहे यह आपको खाने के बाद पता चले कि हर सब्जी में नमक की मात्रा ज्यादा है। प्रेजेंटेशन हर वस्तु की मार्केट वैल्यू बढ़ा देता है। साधारण-से-साधारण वस्तु भी अच्छी पैकिंग में खास नजर आती है।
“यदि आप अच्छा बना नहीं सकते तो कम-से-कम ऐसा करिए कि वह अच्छा दिखे।”
9. लीडर
एक अच्छे लीडर की पहचान क्या है? यही कि वह अपने अनुयायियों को अधिक क्षमतावान् बनाए। अगर हम ऐसा नहीं कर सकते हैं तो निश्चित ही एक बुरे लीडर हैं। इतिहास हमें ऐसे ही भूल जाएगा, जैसे हम कभी पैदा ही नहीं हुए या हमारा उदाहरण ऐसे लोगों के लिए दिया जाएगा, जो पावर में रहते हुए भी समाज को कोई दिशा न दे सके। माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की पाँच बड़ी कंपनियों में आती है। माइक्रोसॉफ्ट में लगभग 63,564 लोग काम करते हैं। अब तक कंपनी 1,28,000 लोगों को अरबपति बना चुकी है। इसमें काम करनेवाले लोग 9,600 डॉलर सालाना वेतन लेते हैं। बिल गेट्स तब दरवाजा बंद करके रो पड़े थे, जब अमेरिका ने कहा था, “वी आर द नेशन ऑफ बिल गेट्स।”
“अगर हम अगली सदी की तरफ देखें तो लीडर वे होंगे, जो दूसरों को सशक्त बना सकें।”